रामलाल का यू टर्न

रामलाल हरफ़नमौला आदमी हैं उनकी सबसे बड़ी ख़ासियत है अपनी बात से यू टर्न लेना । ये कला शायद उन्होंने लंगूर से सीखी है । लंगूर में ये क़ाबिलियत होती है कि एक डाल से दूसरी डाल में कूदेगा अगर नहीं पहुँच सका तो भी गिरेगा नहीं वापस उसी डाल पर आ जाएगा जिससे कूदा था । रामलाल दिन को रात कहेंगे उसके लिए एक से बड़कर एक तर्क देंगे अगर सबने मान लिया तो ठीक वर्ना अपनी बात से पलट जाएँगे और कहेंगे मै भी तो दिन ही कह रहा था । एसी फ़्लेक्सिबिलिटी बहुत कम लोगों में देखने को मिलती है । रामलाल की एक और ख़ासियत है अपनी निंदा सुनने को लालायित रहते हैं । प्रशंसा को ज़हर मानते हैं । आप उनके मुँह पर उनकी निंदा कर सकते हैं वे आपका आभार व्यक्त करेंगे । अपने निंदकों को रामलाल अपना परम हितैषी मानते हैं । खुद रामलाल के मुँह से आप किसी के बारे में एक शब्द ग़लत नहीं सुन सकते । रामलाल के व्यक्तित्व में चतुराई और सामाजिकता का एसा कोकटेल है जो हर हाल में अपना असर दिखाता है और अभीष्ट की सिद्धि में उनकी मदद करता है ।

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