रौनक़ सिंह बहुत कम बोलते हैं लेकिन जब बोलते हैं तो समाँ बाँध देते हैं । किसी बात पर चर्चा चल रही थी । ज़ोरावर सिंह ने एक शेर सुनाया –
गिरते हैं शहसवार ही मैदान ए जंग में
वो टिफ़्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चलते है
अब बारी रौनक़ सिंह की थी । रौनक़ सिंह ने कहा ये बात तो सही है कि घुड़सवार ही मैदान में गिरेगा कोई टिफ्ल ( घुटनों के बल चलने वाला छोटा बच्चा ) नहीं, लेकिन जो महापराक्रमी होगा वो गिरेगा नहीं जंग फ़तह करके लौटेगा । रौनक़ सिंह ने शायराना अंदाज़ में कहा –
वो टिफ़्ल हैं शहसवार नहीं जो गिर जाए मैदानों में
जिनके पराक्रम हो बाहों में वो क्यों गिरें मैदानों में