नववर्ष में गुणग्राही बनें

इस पूरी दुनिया में एक भी इंसान एसा नहीं है जिसमें कोई बुराई नहीं और एक भी इंसान एसा नहीं जिसमें कोई अच्छाई नहीं । इंसान अच्छाई और बुराई का मिश्रण है । अगर हम गुणग्राही होंगे तो हमें दूसरे लोगों में केवल अच्छाई दिखेगी और अगर हमारा दृष्टिकोण दोषपूर्ण होगा तो हमें दूसरे लोगों में केवल बुराई दिखेगी।
कारनेगी ने बड़ी महत्वपूर्ण बात कही कि सोने की खोज करते समय हमें टनों के हिसाब से मिट्टी हटानी पड़ती है लेकिन हमारी दृष्टि अर्जुन की तरह केवल सोने को खोजने में टिकी रहती है मिट्टी में भी हम सोना खोज निकालते हैं । ठीक इसी प्रकार अगर हम किसी व्यक्ति का मूल्यांकन करने बैठेंगे तो उस व्यक्ति में हमें सैकड़ों कमियाँ (मिट्टी) दिखाई देगी लेकिन हमने उसकी अच्छाई (सोना) ढूँढना चाहिए । इस दुनिया का हर व्यक्ति किसी न किसी चीज़ में हमसे बेहतर है हमें उसका वही गुण खोजकर उससे सीखना चाहिए ।
हर इंसान में कुछ न कुछ सीखने योग्य है इसमें कोई संदेह नहीं । इंसान ईश्वर की देन है और उसकी रचना में कोई खूबी ना हो यह कैसे सम्भव हो सकता है।
आओ नव वर्ष में संकल्प लें अच्छा सोचेंगे अच्छा बोलेंगे और अच्छा देखेंगे। सभी मित्रों को नववर्ष 2024 की अग्रिम शुभकामनाएँ 🙏

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