कर कस्से हॉल उस्से नमो तस्से नमो तस्से
ये एक कुमाऊनी कहावत है । चाहे आप कुछ भी कर लो होगा वही जो आपकी नियति में लिखा होगा । हमने कई लोगों को यह कहते सुना होगा मैंने ये तीर मार दिया मैंने वो तीर मार दिया मैंने ये उपलब्धि हासिल कर ली । जबकि हक़ीक़त ये होती है कि आपकी क़िस्मत ठीक थी वर्ना आपसे बड़े तीस मारखाँ धूल फाँक रहे हैं । अपनी किसी भी उपलब्धि पर बहुत गर्व ना करे सिर्फ़ ईश्वर का आभार करें । होंसला आसमान छूने का ज़रूर रखें लेकिन अपने पाँव मजबूती से ज़मीन पर ही रखें । (सौजन्य से हरिनंदन दुर्गापाल जी (जाने माने हास्य कलाकार, रामलीला कमेटी झूतिया))